BCCI Annual Contracts: बीसीसीआई ने महिला क्रिकेटरों से सालाना अनुबंध की लिस्ट जारी कर दी है. महिला खिलाड़ियों की अनुबंध राशि को देखें तो बोर्ड का दोहरा बर्ताव नजर आ जाता है. महिला और पुरुष क्रिकेटरों के अनुबंध राशि में 70 गुना तक का अंतर है. महिला क्रिकेटरों की अनुबंध लिस्ट में 6 ऐसी खिलाड़ी हैं, जिनकी अनुबंध राशि विराट कोहली से 70 गुना कम है.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने बुधवार को महिला क्रिकेटरों से सालाना अनुबंध (BCCI Contracts List) की लिस्ट जारी कर दी. बोर्ड (BCCI) ने ताजा लिस्ट में 19 खिलाड़ियों को शामिल किया है. इन खिलाड़ियों को 3 ग्रेड A, B, C में बांटा गया है. महिला खिलाड़ियों की अनुबंध राशि को देखें तो बीसीसीआई का दोहरा बर्ताव साफ नजर आ जाता है. महिला और पुरुष क्रिकेटरों के अनुबंध राशि में 14 से 70 गुना तक का अंतर है. देश की टॉप महिला क्रिकेटर को जो सालाना अनुबंध दिया गया है, टॉप पुरुष क्रिकेटर को उससे 14 गुना ज्यादा रकम मिलती है. इसी तरह ग्रेड C की महिला क्रिकेटर और ग्रेड A+ के पुरुष क्रिकेटर की एनुअल कॉन्ट्रैक्ट फीस (BCCI Annual Contracts) में 70 गुना का अंतर है.
अगर आपको यह अंतर अधिक लग रहा है तो फिर आप और ज्यादा चौंकने वाले हैं. बोर्ड ने जिन 19 महिला क्रिकेटरों को सालाना अनुबंध दिया है, उन्हें साल में जितनी कुल रकम दी जाएगी, वह अकेले विराट कोहली (Virat Kohli) के सालाना कॉन्ट्रैक्ट से 1.90 करोड़ रुपए कम है. विराट कोहली का करार 7 करोड़ रुपए का है. जबकि, बोर्ड की ताजा कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में शामिल 19 महिला क्रिकेटरों को कुल 5.10 करोड़ रुपए का अनुबंध दिया गया है. इसी तरह भारत की शान मिताली राज (Mithali Raj) को विराट कोहली से करीब 23 गुना कम राशि की पेशकश की गई है. टी20 क्रिकेट से संन्यास ले चुकीं मिताली राज को सालाना 30 लाख रुपए मिलेंगे. नया अनुबंध अक्टूबर 2020 से सितंबर 2021 के लिए है.
2006 में पहली बार जगी थी उम्मीद
यह पहला मौका नहीं है जब बीसीसीआई पर महिला क्रिकेटरों से दोहरा बर्ताव करने का आरोप लग रहा है. यह आरोप बरसों से लगता रहा है. हालांकि, यहां यह बताना जरूरी हो जाता है कि 2006 तक महिला और पुरुष क्रिकेटरों के बोर्ड अलग-अलग थे. बीसीसीआई ने 2006 में महिला क्रिकेट बोर्ड का खुद में विलय कर लिया. इसके बाद भी 2014 तक महिला क्रिकेटरों को सालाना अनुबंध नहीं दिया जाता था. इसकी शुरुआत 2015 में हुई.
सौरव दादा भी नहीं दिला सके न्याय
सब जानते हैं कि बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है. इस नाते बोर्ड से उम्मीद की जाती रही है कि वह महिला क्रिकेटरों के लिए कॉन्ट्रैक्ट फीस से लेकर बाकी सुविधाएं बढ़ाएगा. यह उम्मीद तब और मजबूत हुई, जब सौरव गांगुली ने बोर्ड की कमान संभाली. लेकिन समान खेल-समान वेतन की यह उम्मीद अब भी दूर की कौड़ी है.
2 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची महिलाएं
ऐसा नहीं है कि सिर्फ समानता के आधार पर ही महिला क्रिकेटरों के लिए अधिक फीस की मांग होती है. भारत की महिला टीम पिछले वनडे विश्व कप और टी20 वर्ल्ड कप दोनों के ही फाइनल में पहुंची थी. मौजूदा अनुबंध लिस्ट में ज्यादातर वही खिलाड़ी हैं, जिन्होंने भारत को विश्व कप के खिताबी मुकाबले में पहुंचाया था. मिताली राज के कद का खिलाड़ी तो भारत क्या, दुनिया की किसी टीम में नहीं है. ऐसे में महिला क्रिकेट टीम के प्रशंसक बोर्ड से कुछ बेहतरी की उम्मीद कर रहे थे.
हरमन, मंधाना, पूनम को 50-50 लाख का कॉन्ट्रैक्ट
महिलाओं क्रिकेटरों के अनुबंध में ग्रेड A में 3 खिलाड़ियों हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना और पूनम यादव को जगह मिली है. इस ग्रेड की खिलाड़ियों को सालाना 50 लाख रुपए मिलेंगे. ग्रेड B के लिए 30 लाख सालाना और ग्रेड C के लिए 10 लाख रुपए सालाना का करार किया गया है. ग्रेड B में मिताली राज, झूलन गोस्वामी, दीप्ति शर्मा, पूनम राउत, राजेश्वरी गायकवाड़, शेफाली वर्मा, राधा यादव, शिखा पांडे, तानिया भाटिया और जेमिमा रोड्रिग्ज को शामिल किया गया है. ग्रेड C में मानसी जोशी, अरुंधती रेड्डी, पूजा वस्त्राकर, हरलीन देओल, प्रिया पूनिया और रिचा घोष जगह बनाने में सफल रहीं.
बोर्ड ने छोटी कर दी कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट
बोर्ड ने महिला क्रिकेटरों की कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट छोटी भी कर दी है. पिछली बार इसमें 22 खिलाड़ियों को जगह दी गई थी, जो अब 19 रह गई है. कोरोना से बहन और मां को खोने वाली वेदा कृष्णमूर्ति ने बीसीसीआई का कॉन्ट्रैक्ट भी गंवा दिया है. वेदा के अलावा एकता बिष्ट, डी हेमलता और अनुजा पाटिल अनुबंध से बाहर हो गई हैं.
विराट, रोहित, बुमराह को 7-7 करोड़
बता दें कि बीसीसीआई का पुरुष क्रिकेटरों से करार अक्टूबर 2020 से सितंबर 2021 तक का है. पुरुष क्रिकेटरों को 4 ग्रेड में बांटा गया है. विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह को A+ ग्रेड में रखा गया है. इन तीनों का सालाना करारा 7-7 करोड़ रुपए का है. ग्रेड A के क्रिकेटरों का करार 5-5 करोड़ रुपए का है. ग्रेड B और ग्रेड C के क्रिकेटरों को क्रमश: 3 और 1 करोड़ मिलते हैं.
पूरी टीम विराट कोहली के वेतन बराबर नहीं कमा पाती
वहीं पुरुष टीम की बात की जाए तो वो लोग करोडों में खेलते हैं. ग्रेड A+ के खिलाडियों को सात करोड़ रुपये, ग्रेड ए के खिलाडियों को पांच करोड़, ग्रेड बी के खिलाडियों को 3 करोड तो वहीं ग्रेड सी के खिलाडियों को एक करोड़ रुपये दिए जाते हैं.
देश की टाप महिला क्रिकेटर के सालाना काट्रैक्ट की बात की जाए. देश की टाप महिला क्रिकेटर यानी कि ग्रेड ए का सालाना कांट्रैक्ट में रखा गया है. उनकी रकम पुरुष क्रिकेटर A+ से 14 गुना कम है. वहीं महिला क्रिकेट टीम के ग्रेड सी के खिलाड़ी की तुलना में टाप पुरुष क्रिकेटर के सालाना कांट्रैक्ट में 70 गुना का अंतर है.
अंतर देख आप भी चकरा जाएंगे
21 साल से टीम के लिए खेल रही मिताली राज 4 साल पहले पुरुष टीम में पदार्पण करने वाले ऋषभ पंत की कमाई 50 गुना ज्यादा है. अगर इसको सरल भाषा में समझा जाए तो अगर पूरी महिला क्रिकेट टीम के सालाना वेतन को मिला दिया जाए तो भी वो भारतीय कप्तान विराट कोहली की बराबरी नहीं कर पाएंगे.
कोहली जो कि A+ ग्रेड में शामिल हैं. महिला क्रिकेट टीम के 19 महिला खिलाडियों का वेतन कुल 5.10 करोड़ रुपये आता है जबकि विराट कोहली को ही 7 करोड़ मिलता है.
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