By | May 25, 2020

IAS Success Story upasana mohapatra : पहले प्रयास में विफलता से नहीं मानी हार, दूसरे प्रयास में मिली सफलता

TWO News

IAS Success Story upasana mohapatra, upasana mohapatra,upasana mohapatra ias,ias upasana mohapatra,upasana mohapatra upsc,upasana mohapatra ias 119,upasna mohapatra,upasana mohapatra on aparajita sarangi,upasana mohaptra upsc ttopper,sanjita mohapatra,success guru ak mishra,subhankar mohapatra,lulu mohapatra,success mantra,lalatendu bidyadhar mohapatra,success speaks dd national,success speaks,insightsias upsc toppers: jubin mohapatra rank 235 cse-2018,motivational video for ias aspirants,indian administrative services topper

उपासना यूपीएससी की तैयारी करने वालों के लिए कुछ खास टिप्स दे रही हैं.
IAS Success Story upasana mohapatra :

भारत में सबसे मुश्किल परीक्षाओं में शुमार आईएएस परीक्षा,ओडिशा (Odisha) की उपासना मोहपात्रा ने साल 2017 में 119वीं रैंक पाकर अपने आईएएस बनने के सपने को दूसरे अटेम्पट में पूरा किया. और अपने सपने को हकीकत में बदला।

IAS Success Story upasana mohapatra

IAS Success Story upasana mohapatra

पहले प्रयास में उनका चयन upsc में नहीं हुआ तो उन्होंने हार नहीं मानी बल्कि मन लगकर तैयारी की. इसका नतीजा यह रहा कि उपासना को इस प्रयास में सफलता मिली. और उन्होंने इसके बाद सफलता हासिल की
उपासना यूपीएससी की तैयारी करने वालों के लिए कुछ खास टिप्स दे रही हैं. आइए इनके बारे में जानते हैं.

आईएस बनने के पीछे सबकी अपनी अपनी एक कहानी होती है, अपने संघर्ष होते हैं. लेकिन एक बात तो लगभग सबके साथ ही कॉमन होती है, कि इस परीक्षा के लिये पुरजोर मेहनत कड़ी मेहनत ध्यान लगाकर पढ़ाई करनी पड़ती है.

यहां न सफलता का शॉर्टकट काम करता है न ही सिलेबस को शॉर्ट किया जा सकता है. हां अनुभव इकट्ठा करके परीक्षा की तैयारी के लिये प्रॉपर स्ट्रेटजी जरूर प्लान की जा सकती है. अपनी स्ट्रेटजी और टाइम टेबल से चिपके रहने से ही आप सफलता हासिल कर सकते हैं.

और भुवनेश्वर की उपासना तो यही मानती हैं. आज की स्टोरी में पढ़ते हैं ओडिशा के भुवनेश्वर की उपासना मोहपात्रा के बारे में, जिन्होंने एआईआर रैंक 119 के साथ साल 2017 में अपने दूसरे प्रयास में सफलता हासिल की.

IAS Preparation Tips: आईएएस बनने के लिये एक दिन में कितनी पढ़ाई है जरूरी? Best Tips

 

IAS Success Story upasana mohapatra शुरुआती दिन

उपासना हमेशा से एक ब्रिलियेंट स्टूडेंट रहीं हैं और लगभग हर कक्षा में उनके अंक सबसे अच्छे ही आते थे. लेकिन अगर आपके हर क्लास में अच्छे नंबर आते है या पिछली क्लासो में अच्छे नम्बरों से पास हुए हो इसका मतलब ये नहीं की आप आने वाले रिसल्ट में भी अच्छे नम्बरों की फुल गारंटी हो, हा कुछ हद तक संभावना बढ़ जाती है।

इसका मतलब यह कतई नहीं था कि वे खेलकूद और दूसरी एक्टिविटीज़ में हिस्सा नहीं लेती थीं. वे पढ़ाई के साथ-साथ एक्सट्रा क्यूरिकुलर एक्टिविटीज़ में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थीं. कुल मिलाकर वे काफी बैलेंस्ड थीं. उपासना ने आईसीएसई बोर्ड से कक्षा दस 96 परसेंट अंकों के साथ पास किया जो काफी सराहनीय है .

इसके बाद डीएवी स्कूल से क्लास 12 पास किया. इसके बाद उन्होंने मिरांडा हाउस, दिल्ली का रुख कर लिया जहां से उन्हें सिविल सर्विसेस में जाने की प्रेरणा मिली. उपासना ने फिजिक्स ऑनर्स से पढ़ाई करते समय यहां भी झंडे गाड़े और 91.3 प्रतिशत अंकों के साथ कॉलेज के टॉपर्स में शुमार हो गईं.

एक साक्षात्कार में उपासना ने बताया कि उनके पिताजी अशोक मोहपात्रा ओडिशा में सीनियर जर्नलिस्ट थे और मां संजुक्ता मोहपात्रा टीचर हैं. इस प्रकार उनके घर में हमेशा से पढ़ाई का माहौल था जिसका प्रभाव उन पर सदा रहा है.

IAS Success Story upasana mohapatra पहले असफलता की कमियों को दूसरे में दूर किया।

मिरांडा हाउस से ग्रेजुएशन करने के तुरंत बाद ही उपासना ने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी. वैसे तो उपासना काफी आउटगोइंग हैं लेकिन इस परीक्षा की तैयारी के दौरान उन्होंने खुद को सिर्फ पढ़ाई के लिए समर्पित कर दिया था. फिजिकल एक्सरसाइज़ के अलावा उपासना ने खुद को हर चीज से कट-ऑफ कर लिया था और केवल और केवल तैयारी पर ध्यान दे रही थीं.

 

IAS Success Story upasana mohapatra प्रथम प्रयास प्री में रहीं असफल

पहली बार में उनका प्री में भी नहीं हुआ था पर उन्होंने हार नहीं मानी और पहले साल की गलतियों से सीखते हुये दूसरे साल तैयारी की. नयी स्ट्रेटजी बनायी, सफल लोगों से टिप्स लिये पर करी अपने मन की. यहां तक कि वे परीक्षा की तैयारी करने वाले कैंडिडेट्स को सलाह भी यही देती हैं कि मोटिवेशन लो, मार्गदर्शन भी मांगो लेकिन अंततः अपनी क्षमताओं के अनुसार अपने लिये जो उचित हो, वह निर्णय लो. कभी किसी को ब्लाइंडली फॉलो न करें.

करेंट अफेयर्स को मानती हैं बेहद जरूरी

उपासना ने तैयारी के लिये कुछ समय कोचिंग भी ली पर वे कहती हैं कि यह इंडिविजुअल का अपना डिसीजन है कि वह कोचिंग के साथ पढ़ना चाहता है या कोचिंग के बिना. दोनों के ही अपने-अपने फायदे नुकसान होते हैं. उन्होंने जीएस और ऑप्शनल दोनों के लिये एक साल कोचिंग ली थी. वे मानती हैं कि इस परीक्षा की तैयारी के लिए कम से कम एक साल का समय तो लगता ही है.

सिलेबस समझना सबसे ज्यादा जरूरी है

जरूरी है कि कैंडिडेट पहले अच्छे से सिलेबस समझ ले उसके बाद ही आगे की स्ट्रेटजी प्लान करे. शुरुआत हमेशा बेसिक्स से करें और प्री परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स पर अत्यधिक फोकस करें. रीडिंग हैबिट डेवलेप करें और अच्छे उत्तर लिखने का प्रयास करें. इसके साथ ही रोजाना पेपर पढ़ने पर भी वे खासा जोर देती हैं.

उपासना कहती हैं कि यूपीएससी आपकी पर्सनैलिटी का टेस्ट होता है और पर्सनैलिटी बनने में सालों लगते हैं. इसलिये अपनी कम्यूनिकेशन स्किल्स सुधारें, खूब पढ़ें और नियमित अखबार देखना न भूलें. लगातार प्रयास करने से सफलता जरूर मिलती है.

इस पोस्ट से सम्बंधित कोई प्रश्न आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर पूछिए और ये भी लिखिए की और किसके बारे में जानकारी चाहते हैं।

 

Success Story Of IAS Kajal Jwala नौ घंटे की नौकरी के साथ बिना कोचिंग काजल ज्वाला ने पास किया यूपीएससी एग्जाम और बन गईं मिसाल

सृष्टि ने यूपीएससी की तैयारी के लिए अपनाया ये तरीका, पहले ही प्रयास में बनीं IAS

IAS साक्षी गर्ग Biography हिंदी में, Biography of IAS Sakshi Garg in hindi, Best 350 Rank

 

Two World twokog.com के सोशल मीडिया चैनल से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करिये –

फ़ेसबुक

ट्विटर

इंस्टाग्राम

Leave a Reply