लंदन. नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) ने विंबलडन 2021 का खिताब जीतकर खुद को रोजर फेडरर (Roger Federer) और राफेल नडाल (Rafael Nadal) की बराबरी पर खड़ा कर लिया है. तीनों दिग्गज खिलाड़ियों ने अब तक 20-20 ग्रैंड स्लैम टाइटल जीते हैं. लेकिन उम्र और मौजूदा फॉर्म काे देखते हुए जोकोविच का पलड़ा भारी दिख रहा है. लेकिन नोवाक जोकोविच के यहां तक पहुंचने की कहानी बेहद रोचक है.
34 साल के नोवाक जोकोविच ने 4 साल की उम्र से ही टेनिस खेलना शुरू कर दिया था. इसके बाद उनके माता-पिता ने इन्हें नोवी साद शहर स्थित कैंप में भेजना शुरू किया. इनके परिजनों को टेनिस के बारे में अधिक पता नहीं था. 6 साल की उम्र में बेलग्रेड में लगे एक टेनिस कैंप में नोवाक जोकोविच पर महिला टेनिस खिलाड़ी येलेना गेनचिक की नजर पड़ी. हैंडबॉल खिलाड़ी और कोच येलेना ने कहा कि मोनिका सैलेस के बाद मैंने इतना अधिक टैलेंट किसी खिलाड़ी में देखा.
6 साल तक खुद दी ट्रेनिंग
येलेना गेनचिक ने इसके बाद 6 साल तक नोवाक जोकोविच को खुद ट्रेनिंग दी. 12 साल की उम्र में उन्हें लगा कि अब नोवाक जोकोविच को तेजी से सीखने के लिए प्रोफेशनल ट्रेनिंग की जरूरत है. इसके बाद उन्होंने निकोला पिलिच से संपर्क किया. इसके बाद जोकोविच आगे की ट्रेनिंग लेने जर्मनी स्थित पिलिच एकेडमी चले गए. वे वहां चार साल तक रहे. 14 साल की उम्र से जोकोविच ने इंटरनेशनल मुकाबलों में उतरना शुरू किया.
जूनियर डेविस कप के फाइनल तक पहुंचे
22 मई 1987 को पैदा हुए नोवाक जोकोविच 2001 में जूनियर डेविस कप के फाइनल में पहुंचे थे. जूनियर ग्रैंड स्लैम की बात की जाए तो वे कभी टाइटल नहीं जीत सके. 2004 में वे ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल तक पहुंचे थे. यही उनका बेस्ट प्रदर्शन था. 2003 से वे प्रोफेशन टेनिस में उतरे. लेकिन उन्हें पहला ग्रैंड स्लैम टाइटल 2008 में मिला. उन्होंने सबसे पहले ऑस्ट्रेलियन ओपन के खिताब पर कब्जा किया. वे सबसे अधिक 9 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन का ही खिताब जीतने में सफल रहे हैं.
अब नजर गोल्डन स्लैम पर
नोवाक जोकोविच ने भले ही ग्रैंड स्लैम का 20 खिताब जीत लिया हो, लेकिन वे अब तक ओलंपिक में गोल्ड मेडल नहीं जीत सके हैं. उन्होंने 2008 बीजिंग ओलंपिक के सिंगल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. यदि वे इस साल यूएस ओपन और ओलंपिक का गोल्ड मेडल जीत लेते हैं तो पुरुष कैटेगरी में एक साल में गोल्डन स्लैम (चारों ग्रैंड स्लैम टाइटल और ओलंपिक गोल्ड) जीतने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी बन जाएंगे. महिला टेनिस खिलाड़ी स्टेफी ग्राफ 1988 में यह कारनामा कर चुकी हैं. जोकोविच ने इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन और फ्रेंच ओपन का भी खिताब जीता है.
Euro 2020: इंग्लिश फैंस ने हार के बाद इटली के लोगों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा, सड़क पर किया जमकर बवाल, देखें Video
नई दिल्ली. इटली ने पेनल्टी शूट आउट में इंग्लैंड को 3-2 से हराकर दूसरी बार यूरो कप (Euro 2020) का खिताब जीत लिया है. इंग्लैंड ने 55 साल से कोई खिताब नहीं जीता है और घर में खेल रही इंग्लैंड की इस टीम से इस बार काफी उम्मीदें थी, मगर इटली ने उसके इस इंतजार को और बढ़ा दिया. मगर इंग्लैंड के प्रशंसक अपनी टीम की इस हार को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं.
वेम्बले स्टेडियम के बाहर फैंस ने जो हरकत की, वो काफी शर्मनाक है. हार के बाद इंग्लिश फैंस ने इटालियन फैंस को न सिर्फ दौड़ा दौड़ाकर पीटा, बल्कि नस्लीय टिप्पणियां भी की और इटली के झंडे का अपमान भी किया.
https://twitter.com/nasawali_phame/status/1414381099858399234?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1414381099858399234%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fhindi.news18.com%2Fnews%2Fsports%2Fothers-wimbledon-2021-novak-djokovic-wins-wimbledon-sixth-times-started-playing-tennis-age-of-4-3652842.html
Bottles thrown as Leicester Square, London, becomes unofficial ‘fan zone’ for thousands of England fans. #ENGITA #EnglandvsItaly #England #ENG #EURO2020 pic.twitter.com/NdvaX6IxIF
— Urban Pictures (@Urban_Pictures) July 11, 2021
फैंस ने कपड़े को आग लगाने की भी कोशिश की थी, मगर इसमें फेल होने पर एक दूसरा फैन वायरल हो रहे वीडियो में इटली के झंडे पर थूकता नजर आ आ रहा है. जबकि कुछ और फैंस उस पर चलते नजर आए. इंग्लिश फैंस की इस हरकत के वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं.
कृति शेट्टी बायोग्राफी