Action of carbon: कार्बन उत्सर्जन में इस साल आई रिकॉर्ड गिरावट
रिसर्चरों का कहना है कि 2020 में कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के चलते कार्बन उत्सर्जन में 2.4 अरब मीट्रिक टन की कमी आई है. लेकिन रिसर्च महामारी खत्म होने के बाद के हालात को लेकर चेतावनी भी दे रहे हैं.
कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन में 2020 के दौरान सात प्रतिशत की रिकॉर्ड कमी आई. ग्लोबल कार्बन प्रोजेक्ट ने अपनी सालाना रिपोर्ट देते हुए इस गिरावट की वजह दुनिया भर के देशों में लगे लॉकडाउन को माना है.
कोरोना महामारी के कारण एक साल की अवधि में कार्बन उत्सर्जन में कटौती के पुराने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए. इससे पहले दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति पर 0.9 अरब मीट्रिक टन की गिरावट देखी गई थी. हाल के दशकों में 2009 में वैश्विक वित्तीय संकट के कारण कार्बन उत्सर्जन में 0.5 अरब मीट्रिक टन की कमी आई थी. लेकिन 2020 में यह गिरावट 2.4 अरब मीट्रिक टन तक जा पहुंची.
रिसर्चर कहते हैं कि उत्सर्जन में गिरावट इस वजह से आई क्योंकि ज्यादातर लोग अपने घरों पर ही थे और उन्होंने इस साल कार या फिर विमान से बहुत कम यात्राएं कीं. परिवहन कार्बन उत्सर्जन में कमी की एक बड़ी वजह है. सड़क परिवहन से होने वाला उत्सर्जन अप्रैल में घटकर लगभग आधा रहा गया. उस वक्त यूरोप, एशिया और अमेरिका में कोरोना महामारी की पहली लहर अपने चरम पर थी.
दिसंबर तक इसमें एक साल पहले के मुकाबले 10 प्रतिशत की गिरावट दिखी. वहीं विमानन उद्योग की वजह से होने वाला उत्सर्जन इस साल 40 फीसदी कम रहा.