By | May 20, 2020
Biography of IAS Sakshi Garg in hindi:

Biography of IAS Sakshi Garg in hindi: आईएएस ऑफिसर एक ऐसी परीक्षा जिसे देश की एक प्रतिश्ठित परीक्षा के तौर पर देखा जाता है , युवाओ में इसका काफी क्रेज भी है दिन-रात एक करके UPSC परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवार प्री और मेंस परीक्षा पास कर लेते हैं. जिसके बाद उन्हें इंटरव्यू राउंड के लिए बुलाया जाता है.

Biography of IAS Sakshi Garg in hindi:

Biography of IAS Sakshi Garg in hindi:

आज हम एक ऐसी ही आईएएस ऑफिसर की बात करने जा रहें है जिसका नाम है साक्षी गर्ग, महज 22 साल की उम्र में मिली इस कामयाबी जो की पूरे सोनभद्र जिले के राबर्ट्सगंज में अपनेआप में यह इस तरह की अकेली और पहली कामयाबी है.

आदिवासी बाहुल्य जनपद सोनभद्र के जिला मुख्यालय राब‌र्ट्सगंज की साक्षी गर्ग को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) में सफलता मिली है। उन्होंने देश में 350 वीं रैंक हासिल की, साक्षी गर्ग के पिता का नाम कृष्ण कुमार गर्ग है, उन्ही की ये सबसे बड़ी बेटी साक्षी गर्ग ने दसवीं तक की शिक्षा नगर के ही संत जेवियर्स उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से प्राप्त की। वर्ष 2010 में 76.1 फीसद अंकों के साथ उत्तीर्ण होने के बाद इन्होंने इंटरमीडिएट की पढ़ाई प्रकाश जीनियस इंटर कालेज से की।

Biography of IAS Sakshi Garg in hindi

वर्ष 2012 में गणित विषय से पढ़ाई करते हुए 81.4 फीसद अंक हासिल किया। इसके बाद स्नातक की पढ़ाई इन्होंने राजकीय महिला डिग्री कालेज राब‌र्ट्सगंज से किया। इसमें कला संकाय से पढ़कर 61 फीसद अंक हासिल किया। वर्ष 2015 में स्नातक पूरा करने के बाद संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी में जुट गईं। पहली बार परीक्षा में बैठीं लेकिन इनको सफलता हाँथ नहीं आयी, सफलता नहीं मिली।

Biography of IAS Sakshi Garg in hindi

Biography of IAS Sakshi Garg in hindi

वर्ष 2017 में पुन: परीक्षा दीं और 350 वीं रैंक मिली। महज 22 साल की उम्र में मिली इस सफलता से परिवार के लोग काफी खुश हैं। साक्षी के पिता कहते हैं आइएएस बनना तो मेरा खुद का सपना था। मगर जब मेरा सपना पूरा नहीं हुआ तो मैंने अपनी बेटी को इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उसने मेहनत किया और सफलता हासिल की।

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दरअसल सोनभद्र के राबर्ट्सगंज क्षेत्र की रहनी वाली साक्षी गर्ग का कहना है , कि ग्रेजुएशन करने के बाद उसने दिल्ली आने का फैसला किया. जब उसने अपने पिता को बताया कि वह पढ़ लिख कर आईएएस ऑफिसर बनना चाहती है तो उसके पिता ने साक्षी को बहुत सपोर्ट किया. साक्षी के पिता कृष्ण कुमार गर्ग पेशे से एक व्यापारी हैं, और माता रेनु गर्ग एक घरेलू महिला हैं.

पिता का सपना था आईएएस बनना
साक्षी ने बताया कि मेरे जी पिता आईएएस बनना चाहते थे, लेकिन किन्हीं वजहों से वह अपना सपना पूरा नहीं कर पाए इसलिए जैसे ही मैंने कहा की मुझे आईएएस बनना है वो बिना किसी सवाल जवाब के मान गए, इसलिए उन्होंने साक्षी को हमेशा यूपीएससी के लिए ना केवल मानसिक रूप से तैयार किया बल्कि हर कदम पर मेरा सपोर्ट भी किया.

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Biography of IAS Sakshi Garg in hindi

साक्षी के पिता कृष्ण कुमार गर्ग ने बताया कि वह खुद आईएएस बनना चाहते थे, मगर जब उनका सपना पूरा नहीं हुआ तो बेटी को इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.

ग्रेजुएशन के बाद किया दिल्ली का रुख
पिता से हरी झंडी मिलने के बाद दो साल पहले साक्षी ने दिल्ली का रुख किया. साक्षी बताती है कि यहां उसने ‘निर्माण आईएएस’ कोचिंग सेंटर में यूपीएससी की कोचिंग करनी शुरू कर दी. साक्षी ने बताया कि ‘निर्माण कोचिंग’ में उसने इतिहास को अपना विषय चुना और तैयारी में जुट गई. यहां कमल देव सिंह और स्वदीप सर ने साक्षी की हर कदम पर मदद की हर समय मोटीवेट किया .

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सलफलता का मंत्र
साक्षी ने बताया की यूपीएससी में सफल होने पर मुझे बहुत ख़ुशी है, मै बहुत खुश हूँ, यूपीएससी की तैयारी करने अन्य छात्रों के बारे में साक्षी का कहना है कि जो लोग यूपीएससी में जाना चाहते हैं, उन्हें ग्रेजुएशन के साथ ही तैयारी शुरू कर देनी चाहिए और दिमाग बस एक ही लक्ष्य होना चाहिए. कुछ छात्र एग्जाम की तैयारी करते समय कई परीक्षाओं को टारगेट करते हैं, जिसमें सफलता की संभावना कम हो जाती है.

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