raksha bandhan kyu manaya jata hai | raksha bandhan 2022 | रक्षा बंधन क्यों मनाया जाता है?
raksha bandhan : राखी का उपयोग भारत में ऐतिहासिक काल से दोस्ती और भाईचारे को दर्शाने के लिए किया जाता रहा है। राजपूत रानियाँ मित्रता के प्रतीक के रूप में पड़ोसी राजाओं को राखी भेजती थीं। राखी व रक्षा बंधन पर्व से जुडी कई बातें व कहानियां काफ़ी प्रचलित है केवल एक ही नहीं कई ऐसी कथाएं है जो की सदियों से राखी के महत्त्व का बखान करती आ रही है।
द्रौपदी व श्री कृष्णा –
जब श्री कृष्णा शिशुपाल का वध करने के लिए सुदर्शन चक्र का उपयोग करते है तो चक्र की धार से कृष्ण के ऊँगली में घाव हो जाता है। खून को बहता देख द्रौपदी उसी क्षण बिना विलम्ब के अपनी सारी के पल्लू को फाड़ कर कृष्ण की ऊँगली में बाँध देती है।
तब कृष्ण द्रौपदी को रक्षा का वचन देते है की आज से तुम मेरी बहन हो द्रौपदी, अब से जब भी तुम मुझे पुकारोगी में उसी क्षण बिना विलम्ब के तुम्हारी मदद के लिए भागा चला आऊंगा और उस वचन को द्रौपदी के चीरहरण के समय आकर निभाते भी है व द्रौपदी की लाज बचाते है। (Rakhi Story in Hindi)
इंद्र व इन्द्राणी | raksha bandhan
बारह वर्ष तक युद्ध में जब देवताओं को हार मिली व दैत्यराज ने समस्त लोकों में कब्जा कर लिया और सभी धर्म-कर्मों को रोक दिया तो देवताओं के राजा इंद्र गुरु ब्रहस्पति के पास पहुंचे और उनसे इस सम्बन्ध में कोई उपाय के लिए प्रार्थना की।
वृहस्पति ने इंद्र की समस्या सुन रक्षा का विधान करने के लिए कहा जिसे श्रावण पूर्णिमा के दिन किया गया था जिसमे इन्द्राणी ने मन्त्रों से उच्चारित रक्षा कवच इंद्र के दाहिनी कलाई पर बांधा था जिसके प्रभाव से राक्षसों की हार हुई और देवताओं को जीत मिली। तभी से ही पूर्णिमा पर राखी का त्यौहार मनाया जाता है। (Story Behind Raksha Bandhan in Hindi)
कर्मवती व हुमायूँ
चित्तौड़ की महारानी कर्मवती ने (जो की एक हिन्दू रानी थी) मुगलों के बादशाह हुमायूँ को अपना भाई माना था और भाई के लिए उन्होंने रक्षा सूत्र भी भेजा था जिसे हुमायूँ द्वारा स्वीकार किया गया था और उसका फर्ज भी अदा किया। जब रानी के सम्मान पर बन आई तो हुमायूँ ने गुजरात के बादशाह से लड़ाई भी लड़ी थी।
पन्ना व जहाँगीर
जब राजस्थान की दो रियासतों में लड़ाई चल रही थी तब राजपूत पर मुगलों ने हमला कर दिया। अवसर को फायदे का मान कर दूसरी रियासत वाले राजपूत मुगलों का साथ देने के लिए योजना बनाने लगे और सेना तैयार करने लगे उन्ही मुगलों के बीच में पन्ना घिरी हुई थी।
उसने उस दूसरी राजपूत सियासत के शासक को राखी भेजी। राखी के प्रेम भरे भाव के कारण दूसरी राजपूत सियासत ने मुगलों पर ही हमला कर दिया जिसके कारण मुगलों की हार हुई तो इस तरह से एक राखी ने दोनों रियासतों की लड़ाई ख़त्म कर दी और उनकी पक्की मैत्री हो गई।
जानिए क्यों मनाया जाता है रक्षाबंधन
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