By | March 21, 2022
Anand Mahindra

प्रदीप मेहरा (Pradeep Mehra) मैकडॉनल्ड सेक्टर 16 नोएडा में काम करते हैं और रोज रात को अपनी नौकरी से छूटते ही 10 किलोमीटर दौड़कर बरौला में अपने घर पहुंचते हैं। प्रदीप का वीडियो तेजी वायरल हो रहा है। फिल्मकार विनोद कापड़ी (Vinod Kapri) को प्रदीप देर रात नोएडा की सड़क पर दौड़ते हुए दिखाई दिए थे।

नई दिल्ली: अपने लक्ष्य को पाने का जुनून जब सिर चढ़कर बोलने लगे तो हर मुश्किल छोटी लगने लगती है। ऊपर से जब यह जुनून सेना में भर्ती होने को लेकर हो तो फिर कहना ही क्या। इसी जुनून का ताजा उदाहरण अल्मोड़ा के एक 19 साल के लड़के के रूप में सामने आया है। उसके जज्बे के कायल महिन्द्रा एंड महिन्द्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिन्द्रा (Anand Mahindra) भी हो गए हैं।

अल्मोड़ा के युवक प्रदीप मेहरा (Pradeep Mehra) का वीडियो तेजी वायरल हो रहा है। इसकी शुरुआत हुई फिल्मकार विनोद कापड़ी (Vinod Kapri) से। विनोद कापड़ी को प्रदीप देर रात नोएडा की सड़क पर दौड़ते हुए दिखाई दिए थे। जब उन्होंने प्रदीप को कार में लिफ्ट देने की पेशकश की तो प्रदीप ने मना कर दिया और बताया कि वह रोज दौड़कर ही घर जाते हैं क्योंकि उन्हें सेना में भर्ती होना है और वह दौड़ने की प्रैक्टिस कर रहे हैं। जब कापड़ी ने उनसे कहा कि वह दिन में भी तो अपने दोड़ने की प्रैक्टिस कर सकते हैं तो प्रदीप ने कहा कि वह सुबह जल्दी काम पर जाते हैं और खाना भी बनाना होता है, इसलिए उन्हें दौड़ने का वक्त नहीं मिलता।

क्या लिखा आनंद महिन्द्रा ने
प्रदीप मेहरा मैकडॉनल्ड सेक्टर 16 नोएडा में काम करते हैं और रोज रात को अपनी नौकरी से छूटते ही 10 किलोमीटर दौड़कर बरौला में अपने घर पहुंचते हैं। प्रदीप का यह वीडियो शेयर करते हुए ट्विटर पर एक यूजर ने आनंद महिन्द्रा को टैग करते हुए लिखा, ‘इस लड़के का अतुलनीय समर्पण। आनंद महिन्द्रा सर हम इस लड़के की मदद कर सकते हैं। इस लड़के के उत्कृष्ट समर्पण से वास्तव में प्रेरित हूं।’ इस पर आनंद महिन्द्रा ने रिप्लाई किया, ‘यह वाकई प्रेरणादायक है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मेरा #MondayMotivation क्या है? यह तथ्य कि यह लड़का बेहद आत्मनिर्भर है और राइड के ऑफर को ठुकरा देता है। उसे मदद की जरूरत नहीं है। वह आत्मनिर्भर है।’

अस्पताल में हैं मां
प्रदीप की मां अस्पताल में हैं। वह अपने भाई के साथ नोएडा में ठहरे हुए हैं और नौकरी कर रहे हैं। वह सुबह 8 बजे अपनी नौकरी पर जाते हैं। उनका भाई नाइट शिफ्ट में ड्यूटी पर जाता है, इसलिए प्रदीप रात को घर पहुंचकर खाना भी बनाते हैं।

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