Kanpur abduction : कानपुर अपहरत युवक की 30 लाख फिरौती के बाद भी हत्या
कानपुर में पुलिस के सामने 30 लाख की फिरौती की रकम ले गए अपहरणकर्ता — नही मिला अपह्रत युवक का शव
कानपुर पुलिस के ऊपर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं । बीती 22 जून को कानपुर में एक युवक लापता हो गया ।इसके बाद करीब एक हफ्ते बाद परिजनों के पास फिरौती के लिए फोन आने लगा ।युवक के परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को भी दी लेकिन पुलिस ने भी यह कहते हुए कि पहले युवक की सकुशल बरामदगी हो जाए फिर पैसे तो वापस हम ला ही देंगे । परिजनों का आरोप है की 13 जुलाई को अपहरणकर्ताओं के कहने पर परिजन पुलिस के साथ फिरौती के 30 लाख रुपये देने गए थे लेकिन अपहरणकर्ता पैसों से भरा बैग भी ले गए और अपह्रत का भी कुछ पता ना चला ।
कानपुर के बर्रा इलाके में रहने वाला युवक संजीत यादव ( 27 ) एक निजी पैथोलॉजी में काम करता था । 22 जून की रात वो घर नही लौटा , परिजनों ने काफी तलाश की लेकिन उसका कुछ पता न चला । इसके बाद परिजनों ने पुलिस में सूचना दी और पुलिस ने 23 जून को गुमशुदी दर्ज कर खाना पूर्ति कर दी । करीब एक हफ्ते बाद अपहरणकर्ताओं का फिरौती के लिए फोन आने लगे । पुलिस उसे ट्रैक करने में लगी रही । संजीत की बहन रुचि का आरोप है कि पुलिस के सामने अपहरणकर्ता फिरौती के 30 लाख रुपए ले गए और मेरे भाई का कुछ पता भी नही चला । उसका आरोप है कि वो लोग मेरे पिता से करीब आधा घंटे बात करते रहे और पुलिस उसे पकड़ न सकी ।
घटना के एक महीने बाद पुलिस ने परिजनों को सूचना दी कि अब संजीत इस दुनिया मे नही है । यह खबर सुनते ही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया परिजन रो-रोकर यही कहते रहे पुलिस की लापरवाही के चलते उनके बच्चे की जान चली गई पुलिस ने इस मामले में फिलहाल चार युवकों को हिरासत में लिया है जिन्होंने यह कबूला है कि उन्होंने 26 या 27 तारीख को ही संचित यादव की हत्या कर दी और उसके शव को पांडु नदी में फेंक दिया इस मामले में कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु का कहना है कि कानपुर के बर्रा इलाके में 23 जून को एक युवक संजीत की गुमसुदगी दर्ज हुई थी । इसके बाद 26 जून को अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ था ।
29 जून को परिवार वालो के पास फिरौती के लिए फोन आया था । इस मामले में कई टीमें लगी थी और कुछ लोगो को हिरासत में लिया गया जिसमे दो लोग पहले भी संजीत के साथ अन्य पैथोलॉजी में काम कर चुके है । उनके द्वारा यह कबूल किया गया कि वह 26 या 27 जून को ही संजीत की हत्या कर उसके शव को पांडु नदी में फेंक चुके है । अलग अलग टीम द्वारा संजीत के शव की तलाश की जा रही है ।