By | June 11, 2021
Success Story in Hindi

Success Story in hindi: गरीब बच्चों की मदद करने के लिए, IAS बनने का किया फैसला : Success Story in hindi | (Vaishali Singh)

Success Story in hindi | वैशाली (Vaishali Singh) का इरादा आईएएस बनने का नहीं था बल्कि वह वकालत कर रही थीं. एक दिन उन्हें गरीब बच्चों को देखकर यूपीएससी में जाने का ख्याल आया, ताकि उन बच्चों की मदद की जा सके.

Success Story Of IAS Topper Vaishali Singh: यूपीएससी परीक्षा 2018 में ऑल इंडिया रैंक 8 प्राप्त कर आईएएस अफसर बनने वाली वैशाली सिंह की कहानी अन्य सफल कैंडिडेट्स से कुछ अलग है. उनका इरादा आईएएस बनने का नहीं था बल्कि वह वकालत कर रही थीं. फिर एक दिन वैशाली ने आईएएस बनने का फैसला किया. वैशाली ने यह फैसला गरीब बच्चों की मदद करने के इरादे से किया. Success Story in hindi

शुरू से ही पढ़ाई में तेज थीं वैशाली | Success Story in hindi
हरियाणा के फरीदाबाद में जन्मीं वैशाली पढ़ाई में शुरू से होशियार थीं और इंटरमीडिएट के बाद ग्रेजुएशन करने दिल्ली चली गईं. अपने डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने वकालत शुरु कर दी. कुछ समय बाद उन्हें गरीब बच्चों को देखकर यूपीएससी में जाने का ख्याल आया, ताकि उन बच्चों की मदद की जा सके. फिर क्या था वैशाली ने अपनी तैयारी शुरू कर दी.

ऐसा रहा यूपीएससी का सफर | Success Story in hindi
यूपीएससी में अपने पहले प्रयास में वैशाली प्री परीक्षा के बाद बाहर हो गईं. असफलता के बाद भी उन्होंने खुद को मोटिवेटेड और सकारात्मक बनाए रखा. दूसरा प्रयास के लिए उन्होंने पहले से बेहतर तैयारी की. इस बार वैशाली न सिर्फ सफल हुईं बल्कि उन्होंने बहुत अच्छी रैंक प्राप्त कर टॉपर्स की सूची में जगह बनाई. उनकी रैंक के मुताबिक उन्हें आईएएस सेवा के लिए चयनित किया गया.

दूसरे कैंडिडेट्स को वैशाली की सलाह | Success Story in hindi
वैशाली का मानना है कि यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको कड़ी मेहनत के अलावा स्मार्ट तरीके से पढ़ाई करनी होगी. यहां पास होने के लिए एक अच्छी रणनीति बनाने की काफी जरूरत होती है. इसके अलावा टाइम मैनेजमेंट बेहद जरूरी होता है जिसकी बदौलत आप सफलता प्राप्त कर सकते हैं. वे कहती हैं कि 24 घंटे पढ़ाई नहीं हो सकती और ऐसे में आपको अपनी मेंटल हेल्थ का भी ध्यान रखने की जरूरत है. अगर आप सही दिशा में मेहनत करेंगे तो आपको सफलता जरूर मिलेगी.


 सालों तक असफल होने के बावजूद यशवंत मीणा ने UPSC में हासिल की सफलता, ऐसा रहा उनका सफर

यूपीएससी में कई लोगों को सफलता प्राप्त करने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ता है. यशवंत की भी कुछ ऐसी ही कहानी रही. हालांकि उन्होंने इतने लंबे वक्त तक भी हार नहीं मानी और सफलता प्राप्त की.

Success Story Of IAS Topper Yashwant Meena: किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए धैर्य के साथ तैयारी करना काफी जरूरी होता है. यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने वाले कुछ लोगों का धैर्य जानकर आप हैरान रह जाएंगे. आज आपको यूपीएससी परीक्षा 2019 में सफलता प्राप्त करने वाले यशवंत मीणा की कहानी बताएंगे, जिन्हें यहां तक पहुंचने में काफी लंबा वक्त लगा. उन्हें यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में सफलता पांचवें प्रयास में मिली. अपने सफ़र में उन्होंने काफी चुनौतियां का सामना किया लेकिन लक्ष्य प्राप्त करने तक हार नहीं मानी.

 

ऐसा रहा यूपीएससी का सफर | Success Story in hindi
राजस्थान के जयपुर के रहने वाले यशवंत का शुरू से ही यूपीएससी में जाने का मन था. इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने बीटेक की डिग्री हासिल की और उसके बाद यूपीएससी की तैयारी में जुट गए. उन्हें यकीन था कि वे अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत जल्द ही सफलता हासिल कर लेंगे. लेकिन कुछ गलतियां उनसे हुईं जिसकी वजह से सफलता के करीब जाकर भी यशवंत फेल हो गए. 4 प्रयासों में उन्हें असफलता मिली, इसके बावजूद उन्होंने धैर्य का परिचय दिया और मेहनत करते रहे. पांचवें प्रयास में उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 797 हासिल कर ली.

 

आंसर राइटिंग को मानते हैं जरूरी | Success Story in hindi
यशवंत के मुताबिक अगर आप आंसर राइटिंग की ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करेंगे, तो यूपीएससी परीक्षा में सफलता मिलने की संभावना काफी बढ़ जाएगी. वे मानते हैं कि आप किसी भी चीज को कितना भी अच्छी तरीके से पढ़ लें, लेकिन जब तक आप उसे अच्छी तरह से लिखना नहीं सीख जाएंगे तब तक आप अच्छे नंबर नहीं ला सकते. इसलिए हर कैंडिडेट को ज्यादा से ज्यादा आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करनी चाहिए.

अन्य कैंडिडेट्स को यशवंत की सलाह | Success Story in hindi
यशवंत का मानना है कि आप अपनी रैंक को सुधारने के लिए एस्से पर ज्यादा ध्यान दें. उनके मुताबिक ऐसे में आप आसानी से ज्यादा नंबर प्राप्त कर सकते हैं. वे कहते हैं कि अपनी रणनीति बनाकर अगर आप तैयारी करेंगे और लगातार धैर्य के साथ मेहनत करते रहेंगे, तो एक न एक दिन आपको यूपीएससी में सफलता जरूर मिलेगी.


इंजीनियरिंग के बाद यूपीएससी में आने का फैसला किया

Success story in Hindi Prerna Singh

Success story in Hindi Prerna Singh

यूपीएससी में प्री और मेंस परीक्षा के बाद इंटरव्यू आपकी सफलता में अहम भूमिका निभाता है. अगर आप इंटरव्यू में खुद को अच्छी तरह रिप्रेजेंट कर पाए, तो सफलता जरूर मिल जाती है.

IAS Success Story in hindi Of IAS Topper Prerna Singh: आज आपको यूपीएससी परीक्षा 2017 में सफलता प्राप्त कर के आईएएस अफसर बनने वाली प्रेरणा सिंह की कहानी बताएंगे. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद प्रेरणा ने यूपीएससी में आने का फैसला किया था और अपनी सटीक रणनीति के बदौलत उन्होंने बेहद कम समय में सफलता प्राप्त करके अपना सपना पूरा कर लिया. खासतौर से प्रेरणा ने इंटरव्यू में बहुत अच्छा परफॉर्म किया. नई दिल्ली की रहने वाली प्रेरणा ने पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. इसी दौरान उन्हें यूपीएससी का ख्याल आया और उन्होंने तैयारी शुरू कर दी.

 

हर विषय पर ध्यान देना जरूरी | Success Story in hindi

 

प्रेरणा का मानना है कि यूपीएससी की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए हर विषय पर फोकस करना काफी जरूरी होता है. यहां आपके लिए हर सब्जेक्ट स्कोरिंग साबित हो सकता है. इसके अलावा जो तैयारी आप अपनी प्री और मेंस परीक्षा के लिए करेंगे उसका फायदा आपको इंटरव्यू के दौरान भी मिलेगा. अगर आपको सभी चीजों के बारे में बेहतर जानकारी होगी तो आपको सफलता मिलने की संभावना काफी बढ़ जाएगी. आपको अपनी तैयारी के लिए एक बेहतर शेड्यूल बनाने की सख्त जरूरत होती है.

 

इंटरव्यू के दौरान रहें कूल  | Success Story in hindi

 

प्रेरणा का मानना है कि जब आप यूपीएससी की प्री और मेंस परीक्षा पास कर लें तब आप इंटरव्यू के लिए तैयारी करें. जब आप इंटरव्यू देने जाए तो उस वक्त आप बेहद ही शांत रहकर अपने सवालों का जवाब ईमानदारी से दें. अगर आपको किसी सवाल का जवाब नहीं आता है तो यह बात बताने में झिझकने की जरूरत नहीं है. अगर आप वहां सीधे और सटीक जवाब देंगे तो आपके बेहतर नंबर आने की संभावना रहेगी. उनका मानना है कि आप तैयारी के दौरान खुद को शांत रखने के लिए योग का सहारा ले सकते हैं.

दूसरे कैंडिडेट्स को प्रेरणा की सलाह | Success Story in hindi

 

प्रेरणा का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी के लिए आप पूरी तरह समर्पित रहें. अगर आप पॉजिटिव रहकर तैयारी करेंगे तो बेहतर तरीके से चीजों को समझ पाएंगे. यूपीएससी के सफर में आपके सामने कई चुनौतियां आएंगी लेकिन उनका मुकाबला करना है. अपने सिलेबस को कंप्लीट करने के बाद ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करें. आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करें और मॉक टेस्ट ज्यादा से ज्यादा दें. इसके अलावा आप टेस्ट का एनालिसिस करके यह जानने की कोशिश करें कि आपको किस एरिया में ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है.


 


यूपीएससी में पहले प्रयास में हुईं फेल, दूसरी बार अच्छी रैंक नहीं आई, लेकिन तीसरे प्रयास में हिमाद्री बनीं आईएएस अफसर

IAS Success Story in hindi Of IAS Topper Himadri Kaushik: आज आपको यूपीएससी परीक्षा 2018 में ऑल इंडिया रैंक 97 प्राप्त कर आईएएस अफसर बनने वाली हिमाद्री कौशिक की कहानी बताएंगे, जिन्हें यह सफलता तीसरे प्रयास में मिली. इससे पहले भी वह यूपीएससी परीक्षा पास कर चुकी थीं, लेकिन उनकी रैंक 304 रही. इस रैंक के अनुसार उन्हें आईआरएस सेवा के लिए चयनित किया गया, लेकिन उनका सपना आईएएस अफसर बनने का था और इसलिए उन्होंने लगातार प्रयास करने का फैसला किया. पहले प्रयास में हिमाद्री को असफलता मिली थी, जिससे वे निराश नहीं हुईं और अपनी गलतियों को सुधारकर तैयारी को बेहतर बनाया.

 

गोवा से की इंजीनियरिंग की पढ़ाई  | Success Story in hindi

 

हिमाद्री शुरू से पढ़ाई में होशियार रहीं. उनके लगभग सभी परीक्षाओं में 90 फ़ीसदी से ज्यादा नंबर आए. इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग में दाखिला ले लिया. केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने यूपीएससी में आने का फैसला किया. साल 2015 में उन्होंने पहला प्रयास किया जिसमें वह प्री परीक्षा तो पास कर गईं लेकिन मेंस में अटक गईं. इससे उनका कॉन्फिडेंस बढ़ गया और उन्होंने दूसरी बार बेहतर तरीके से प्रयास कर सफलता हासिल की. जब दूसरी बार अपनी रैंक से संतुष्ट नहीं हुईं, तो तीसरी बार प्रयास किया और अपना सपना पूरा कर लिया.

 

इंटरव्यू के लिए टिप्स  | Success Story in hindi

 

हिमाद्री का मानना है कि यूपीएससी परीक्षा में जब आप प्री और मेंस पास कर लें, तब इंटरव्यू की तैयारी शुरू कर दें. इंटरव्यू के दौरान अक्सर लोग भाषा को लेकर कंफ्यूज रहते हैं. कोई मानता है कि अंग्रेजी में इंटरव्यू देने पर ज्यादा नंबर हासिल किए जा सकते हैं तो कोई हिंदी पर भरोसा जताता है. हालांकि उनके मुताबिक आप किसी भी भाषा में इंटरव्यू देकर सफलता हासिल कर सकते हैं. वहां आपकी भाषा का ज्ञान नहीं बल्कि आपकी पर्सनालिटी का ओवर ऑल देखा जाता है.

 

दूसरे कैंडिडेट्स को हिमाद्री की सलाह | Success Story in hindi

 

हिमाद्री का मानना है कि यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने के लिए आप को सही दिशा में लगातार मेहनत करनी पड़ेगी. आप अपने सिलेबस को कंप्लीट करने के बाद मॉक टेस्ट जरूर दें. इसके बाद अपनी गलतियों को देखें और उनको सुधारें. अगर आप सही रणनीति के साथ इस परीक्षा की तैयारी करेंगे तो आपको सफलता जरूर मिलेगी. वे कहती हैं कि अगर आपको असफलता मिले तो उससे घबराने की जरूरत नहीं है. आप अपनी गलतियों से सीखें और आगे बेहतर करने की कोशिश करें.

UPSC में दो बार हुईं फेल, घर जाना भी छोड़ा और तीसरे प्रयास में मधुमिता बनीं आईएएस

 

आईआईटी से पढ़ाई के बाद एकता सिंह ने चुना यूपीएससी का रास्ता

 

ज़ेबा जहाँ से आती है, वहाँ करियर नाम का कोई शब्द डिक्शनरी में नहीं होता

 

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